स्वास्थ्य की समस्या होगी दूर, जानें क्या कहते हैं panditjee.com के विशेषज्ञ
अपने स्वास्थ्य को लेकर आप भी हैं चिंतित, क्या चाहिए इस समस्या का समाधान? अगर हां, तो panditjee.com लेकर आए हैं आपके सवालों के समाधान।
सवाल: मेरे स्वास्थ्य में लगातार गिरावट हो रही है। क्या यह मेरी कुंडली के किसी ग्रह दोष के कारण हो सकता है?ज्योतिष विशेषज्ञ: स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ अक्सर छठे, आठवें और बारहवें भाव में अशुभ ग्रहों की स्थिति के कारण होती हैं। शनि, राहु या मंगल इन भावों में स्थित हों, तो वे स्वास्थ्य में गिरावट का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, चंद्रमा का कमजोर होना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। नियमित रूप से चंद्रमा के मंत्र का जाप करें और स्वास्थ्य योग को ठीक करने के उपाय अपनाएं।
सवाल: क्या मेरी कुंडली से मेरी आयु और स्वास्थ्य के बारे में पता लगाया जा सकता है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: कुंडली के आठवें और लग्न भाव से व्यक्ति की आयु और स्वास्थ्य का अध्ययन किया जा सकता है। आठवें भाव की स्थिति जीवन की लंबाई और स्वास्थ्य में आने वाली चुनौतियों का संकेत देती है। यदि इन भावों के स्वामी शुभ ग्रहों से प्रभावित हैं, तो व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
सवाल: बार-बार बीमार पड़ने से बचने के लिए कौन-कौन से ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं?
ज्योतिष विशेषज्ञ: बार-बार बीमार पड़ने से बचने के लिए नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके अलावा, राहु और केतु की शांति के लिए पूजा करें। भगवान सूर्य को जल चढ़ाना और सूर्य गायत्री मंत्र का जाप भी स्वास्थ्य सुधार में सहायक होता है।
सवाल: क्या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए कोई रत्न या यंत्र धारण किया जा सकता है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: हां, सही रत्न और यंत्र का उपयोग स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है। चंद्रमा को मजबूत करने के लिए मोती, शनि को शांत करने के लिए नीलम, और सूर्य को शक्तिशाली बनाने के लिए माणिक्य धारण करना लाभदायक हो सकता है। धारण करने से पहले कुंडली का अध्ययन करवाना जरूरी है, ताकि रत्न के अशुभ प्रभाव से बचा जा सके।
सवाल: मेरी नींद की समस्या क्या किसी ग्रह दोष के कारण हो सकती है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: नींद की समस्या चंद्रमा की अशुभ स्थिति और राहु या केतु के प्रभाव से हो सकती है। अगर चंद्रमा कमजोर है या बारहवें भाव में राहु-केतु का प्रभाव है, तो यह नींद में बाधा उत्पन्न करता है। नियमित रूप से चंद्रमा के मंत्र का जाप करें और रात को तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने से लाभ होगा।
सवाल: बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं?
ज्योतिष विशेषज्ञ: बच्चों के स्वास्थ्य के लिए चंद्रमा और बुध ग्रह की स्थिति पर ध्यान देना जरूरी है। उन्हें सुबह सूर्य को जल चढ़ाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही, हरे रंग के कपड़े पहनने या बुध के लिए हरे मूंग का दान करने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार हो सकता है।
सवाल: मेरी कुंडली में क्या संकेत है कि मुझे गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: गंभीर बीमारियों का संकेत कुंडली में छठे, आठवें और बारहवें भाव की स्थिति से मिलता है। अगर इन भावों में शनि, राहु या मंगल अशुभ स्थिति में हों, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। नियमित पूजा, मंत्र जाप और ग्रहों की शांति के उपाय से इन दोषों को कम किया जा सकता है।
सवाल: क्या योग और प्राणायाम से ग्रह दोषों के प्रभाव को कम किया जा सकता है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: हां, योग और प्राणायाम से शरीर और मन को संतुलित रखा जा सकता है, जिससे ग्रह दोषों के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। सूर्य नमस्कार, ध्यान और अनुलोम-विलोम जैसे प्राणायाम चंद्रमा और सूर्य की स्थिति को संतुलित करने में मदद करते हैं।
सवाल: अगर किसी बीमारी का इलाज नहीं हो पा रहा है, तो क्या ज्योतिष में इसका कोई समाधान है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: अगर इलाज में दिक्कत आ रही है, तो कुंडली के छठे भाव का अध्ययन करें। अक्सर शनि या राहु की स्थिति इलाज में बाधा उत्पन्न करती है। नियमित रूप से महामृत्यunjय मंत्र का जाप करें और पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
सवाल: क्या ग्रहों की दशा से किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य की भविष्यवाणी की जा सकती है?
ज्योतिष विशेषज्ञ: हां, ग्रहों की दशा और अंतरदशा से व्यक्ति के स्वास्थ्य की भविष्यवाणी की जा सकती है। चंद्रमा, सूर्य, और लग्न के स्वामी की स्थिति देखकर आने वाले स्वास्थ्य संकटों का अनुमान लगाया जा सकता है। यह जानकारी व्यक्ति को समय पर सावधानी बरतने में मदद कर सकती है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। क्लि इंडिया मीडिया यहां लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में जो जानकारी दी गई है, वो विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से ली गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। क्लिक इंडिया मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।