Hindu Religious

मकान, दुकान आदि की नींव रखने के मुहूर्त

मकान, दुकान आदि की नींव रखने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना भारतीय परंपरा में महत्वपूर्ण माना जाता है। नींव रखने का मुहूर्त ज्योतिषीय गणनाओं और पंचांग के आधार पर तय किया जाता है। आमतौर पर, शुभ मुहूर्त का निर्धारण करते समय तिथि, वार, नक्षत्र, योग, और करण का ध्यान रखा जाता है। यहां कुछ सामान्य दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं:

1. शुभ तिथियां:

द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा तिथियां नींव रखने के लिए शुभ मानी जाती हैं।

2. शुभ वार:

सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को नींव रखने के लिए अच्छा माना जाता है।

3. शुभ नक्षत्र:

रोहिणी, मृगशिरा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, रेवती आदि नक्षत्र शुभ माने जाते हैं।

4. योग और करण:

शुभ योग और करण का चयन करना भी महत्वपूर्ण है। सिद्ध योग, अमृत योग, शुभ योग, और आयुष्मान योग जैसे योगों को शुभ माना जाता है।

5. चंद्र स्थिति:

नींव रखने के समय चंद्रमा का शुभ स्थानों पर होना भी आवश्यक है। चंद्रमा का शुभ राशियों में होना शुभ परिणाम देता है।

6. वास्तु और दिशा:

नींव रखने से पहले भूमि पूजन और वास्तु शास्त्र के अनुसार दिशाओं का ध्यान रखना भी आवश्यक है।

इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श लेकर नींव रखने का शुभ मुहूर्त निकाला जा सकता है। इस प्रकार के मुहूर्त से सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

Panditjee
Author: Panditjee

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *