मासिक कार्तिगाई : शिव और मुरुगन की विशेष पूजा विधि |
कैसे मनाते हैं मासिक कार्तिगाई?
स्नान और शुद्धिकरण: दिन की शुरुआत सुबह जल्दी स्नान करके और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करके होती है।
घर और मंदिर की सफाई: भक्त अपने घर और मंदिर की सफाई करते हैं और उसे सजाते हैं। पूजा स्थल पर दीपक जलाना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
दीप जलाना: कार्तिगाई के दिन दीप जलाना शुभ माना जाता है। खासकर घर के मुख्य द्वार और मंदिर में दीयों को सजाने का महत्व है।
भगवान मुरुगन और भगवान शिव की पूजा: इस दिन भगवान मुरुगन और भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। शिवलिंग पर जल, दूध, और बेल पत्र अर्पित किया जाता है। साथ ही भगवान मुरुगन को फूल और प्रसाद चढ़ाया जाता है।
व्रत और प्रार्थना: कई भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और दिन भर उपवास करते हैं। शाम के समय विशेष आरती और पूजा आयोजित की जाती है।
पारिवारिक समय: इस दिन परिवार के लोग एक साथ इकट्ठा होकर भगवान की पूजा करते हैं और एक-दूसरे को आशीर्वाद देते हैं।
इस त्योहार को मनाने का मुख्य उद्देश्य भगवान शिव और मुरुगन की कृपा प्राप्त करना और जीवन में शांति, समृद्धि और सुख-समृद्धि की कामना करना होता है।