Hindu Religious

मलमास का समय किन राशिवालों के लिए है चुनौतीपूर्ण ?

मलमास का समय हिंदू धर्म में शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है, जो हर तीन साल में एक बार आता है। इस समय सूर्य देव, जो जीवन के कारक माने जाते हैं, एक राशि में अधिक समय तक रहते हैं। इसे ज्योतिष में ऐसा समय माना जाता है जब ग्रहों की चाल धीमी हो जाती है और इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। हालांकि, कुछ राशियों पर इसका असर ज्यादा होता है। आइए जानते हैं मलमास में किन राशियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है और क्यों।

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए मलमास का समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस दौरान आर्थिक मामलों में नुकसान होने की संभावना है। खर्चों पर नियंत्रण रखना जरूरी है। नौकरीपेशा लोगों को अपने काम में सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि कामकाज में गलतियां हो सकती हैं। सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी है, खासकर मानसिक तनाव से बचें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों को इस समय अपने रिश्तों में सावधानी बरतनी चाहिए। पारिवारिक या दांपत्य जीवन में विवाद की स्थिति बन सकती है। आर्थिक मामले में सोच-समझकर निर्णय लें। किसी भी नए निवेश से बचें और पुरानी योजनाओं की समीक्षा करें।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस समय पुराने रोग परेशान कर सकते हैं। कामकाज में भी रुकावटें आ सकती हैं। आत्मविश्वास बनाए रखना जरूरी है, लेकिन जल्दबाजी में कोई बड़ा कदम न उठाएं।

कन्या राशि

कन्या राशि के लोगों को अपनी वाणी और व्यवहार पर नियंत्रण रखना चाहिए। गलतफहमियों की वजह से रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है। कामकाज के क्षेत्र में अड़चनें आ सकती हैं, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाएं।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इस दौरान अचानक से बड़े खर्चे सामने आ सकते हैं, जिससे आर्थिक स्थिति पर असर पड़ेगा। किसी भी विवाद से बचें और अपने गुस्से पर काबू रखें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों को अपने करियर और आर्थिक मामलों में सतर्क रहना चाहिए। इस समय नौकरी या व्यापार में कोई बड़ा बदलाव न करें। पारिवारिक जीवन में धैर्य बनाए रखना जरूरी है।

सावधानी के उपाय

मलमास के समय सभी राशियों के जातकों को धैर्य और संयम बनाए रखना चाहिए। धार्मिक कार्यों में समय बिताएं और जरूरतमंदों की मदद करें। इस समय शुभ कार्य भले ही न किए जाएं, लेकिन पूजा-पाठ और ध्यान से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है।

मलमास एक ऐसा समय है, जब ज्योतिषीय दृष्टि से ग्रहों की स्थिति सामान्य से अलग होती है। इसलिए यह जरूरी है कि इस समय अपने फैसलों में सावधानी बरतें और किसी भी बड़े काम को टालने की कोशिश करें। सही दिशा में मेहनत और भगवान पर विश्वास इस समय को भी बेहतर बना सकते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। पंडितजी यहां लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में जो जानकारी दी गई है, वो विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से ली गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। पंडितजी अंधविश्वास के खिलाफ है।

PanditJee.com
Author: PanditJee.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *