चैत्र नवरात्रि 2024: 3 अद्भुत योगों में विराजमान मां दुर्गा
हर वर्ष चैत्र माह की अमावस्या के अगले दिन से नवरात्रि की पवित्र धारा प्रवाहित होती है। इस साल चैत्र नवरात्रि 09 अप्रैल से 17 अप्रैल तक मनाई जाएगी. नौ दिनों तक धूमधाम से जगत जननी मां आदि शक्ति दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। मां दुर्गा की उपासना का यह पर्व साल की शुरुआत में ही मंगलकारी ऊर्जा का संचार कर देता है.
इस वर्ष चैत्र नवरात्रि और भी खास बन गई है। ज्योतिषियों के अनुसार दशकों बाद इस दौरान तीन अद्भुत योगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन शुभ योगों में मां दुर्गा की आराधना करने से साधक को अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होगी। आइए जानते हैं उन तीन योगों के बारे में जिनकी कृपा से इस नवरात्रि और भी फलदायी हो सकती है:
अमृत सिद्धि योग (10 अप्रैल): अमृत का अर्थ होता है अमरत्व। इस शुभ योग में मां दुर्गा की पूजा करने से अमरत्व की प्राप्ति के मार्ग प्रशस्त होते हैं। मान्यता है कि इस दिन की गई साधना का फल कभी नष्ट नहीं होता।
सर्वार्थसिद्धि योग (11 अप्रैल): सर्वार्थसिद्धि योग नाम से ही स्पष्ट है कि इस दिन सभी कार्यों में सिद्धि की प्राप्ति होती है। मां दुर्गा की उपासना के लिए यह अति शुभ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन की गई पूजा से मां दुर्गा की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
रवि योग (12 अप्रैल): रवि योग सूर्य देव से संबंधित है। सूर्य शक्ति और सफलता का कारक माना जाता है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को अपार ऊर्जा, बल और सफलता की प्राप्ति होती है।
इन तीनों अद्भुत योगों के अलावा पूरे नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। कलश स्थापना, घटस्थापना, षष्ठी पूजा, शेवरई, नवमी पूजन और हवन जैसे अनुष्ठान किए जाते हैं। साथ ही इन नौ दिनों में साधक कठोर व्रत रखकर मां दुर्गा को प्रसन्न करते हैं।
चैत्र नवरात्रि का पर्व न केवल आध्यात्मिक जागरण का माध्यम है बल्कि सामाजिक समरसता का भी प्रतीक है। इन नौ दिनों में घरों में कन्या पूजन का विधान होता है। कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप मानकर उनका पूजन किया जाता है। इससे समाज में कन्या भ्रूण हत्या और बालिका शिक्षा जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलती है।
चैत्र नवरात्रि का यह पर्व हमें मां दुर्गा की शक्ति और ममता का बोध कराता है। आइए इस दुर्लभ संयोग का लाभ उठाते हुए मां दुर्गा की उपासना करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन में सुख, शांति और सफलता प्राप्त करें।